गोड्डा : स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति, महान स्वतंत्रता संग्रामी एवं अधिवक्ता देश रत्न डॉ० राजेंद्र प्रसाद को उनकी पुण्यतिथि के अवसर उन्हें याद करते हुए स्थानीय व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कोर्ट परिसर अवस्थित राजेंद्र बाबू के स्मारक के समक्ष आयोजित कार्यक्रम में शामिल जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार झा, महासचिव योगेश चन्द्र झा, वरीय अधिवक्ता भानु प्रकाश दुबे, सर्वजीत झा “अंतेवासी”, रतन दत्ता, अंबोद कुमार ठाकुर, दिवाकर यादव, संजय शर्मा, नंदन ठाकुर, ईनाम अहमद, सुधीर पाठक एवं विंध्याचल ने देशरत्न की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात उनके जीवनवृत्त एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। सर्वजीत झा ने जंग- ए- आजादी में उनके अवदान को याद करते हुए बताया की गोड्डा के प्रथम विधायक, महान स्वतंत्रता सेनानी एवं साहित्यकार पंडित बुद्धिनाथ झा “कैरव” हिंदी विद्यापीठ देवघर के सचिव थे।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिवक्ता
जबकि डॉ० राजेंद्र प्रसाद कुलपति। इस वजह से कैरव जी को उनका सान्निध्य एवं स्नेह प्राप्त था। यही वजह है कि कैरव जी के आमंत्रण पर राजेंद्र बाबू का दो बार गोड्डा की धरती पर पदार्पण हुआ।